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ॐ द्यौ: शान्तिरन्तरिक्षँ शान्ति: ( शान्ति पाठ मंत्र हिन्दी अर्थ सहित )

शान्ति पाठ मंत्र हिन्दी अर्थ सहित 

shanti path mantra hindi arth sahit, shanti mantra in sankrit, shanti mantra in hindi, shanti mantra meaning in hindi, शान्ति पाठ मंत्र हिन्दी अर्थAbout Shlok  प्रस्तुत मंत्र में परम पिता परमेश्वर से सकल विश्व के कण - कण में शान्ति की याचना की गई है ।   ॐ द्यौ: शान्तिरन्तरिक्षँ शान्ति:, पृथ्वी शान्तिराप: शान्तिरोषधय: शान्ति:। वनस्पतय: शान्तिर्विश्वे देवा: शान्तिर्ब्रह्म शान्ति:, सर्वँ शान्ति:, शान्तिरेव शान्ति:, सा मा शान्तिरेधि॥ ॐ शान्ति: शान्ति: शान्ति:॥  हिन्दी अनुवाद :-  शान्ति: कीजिये प्रभु !  त्रिभुवन में, जल में, थल में और गगन में, अन्तरिक्ष में, अग्नि - पवन में, औषधियों, वनस्पतियों, वन और उपवन में, सकल विश्व में अवचेतन में, शान्ति राष्ट्र-निर्माण और सृजन में,  नगर , ग्राम और भवन में प्रत्येक जीव के तन, मन और जगत के कण - कण में,  शान्ति कीजिए ! शान्ति कीजिए ! शान्ति कीजिए ! . - SANSKRIT SHLOK HINDI
Shanti mantra hindi arth sahit


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प्रस्तुत मंत्र में परम पिता परमेश्वर से सकल विश्व के कण - कण में शान्ति की याचना की गई है ।

ॐ द्यौ: शान्तिरन्तरिक्षँ शान्ति:,
पृथ्वी शान्तिराप: शान्तिरोषधय: शान्ति:।
वनस्पतय: शान्तिर्विश्वे देवा: शान्तिर्ब्रह्म शान्ति:,
सर्वँ शान्ति:, शान्तिरेव शान्ति:, सा मा शान्तिरेधि॥
ॐ शान्ति: शान्ति: शान्ति:॥

हिन्दी अनुवाद :-

शान्ति: कीजिये प्रभु !
त्रिभुवन में, जल में, थल में और गगन में,
अन्तरिक्ष में, अग्नि - पवन में, औषधियों, वनस्पतियों, वन और उपवन में,
सकल विश्व में अवचेतन में,
शान्ति राष्ट्र-निर्माण और सृजन में,  नगर , ग्राम और भवन में
प्रत्येक जीव के तन, मन और जगत के कण - कण में,

शान्ति कीजिए ! शान्ति कीजिए ! शान्ति कीजिए !
.
- SANSKRIT SHLOK HINDI

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